बनवारी लाल
From जैनकोष
माखनपुर के निवासी जैन पण्डित थे ।खतौली के चैत्यालय में वि. १६६६ में भविष्यदत्तचरित्र रचा जो कि कवि धनपाल के अपभ्रंश ग्रन्थ का पद्यानुवाद है । (हि. जै. सा./इ./१०५ कामता ) ।
माखनपुर के निवासी जैन पण्डित थे ।खतौली के चैत्यालय में वि. १६६६ में भविष्यदत्तचरित्र रचा जो कि कवि धनपाल के अपभ्रंश ग्रन्थ का पद्यानुवाद है । (हि. जै. सा./इ./१०५ कामता ) ।