व्यास
From जैनकोष
- पां. पु./सर्ग/श्लोक-भीष्म का सौतेला भाई था। धीवर की कन्या से उत्पन्न पाराशर का पुत्र था। (७/११४-११७)। इसके तीन पुत्र थे–धृतराष्टन्, पाण्डु व विदुर। (७/११७)। अपर नाम धृतमर्त्य था। (८/१७)।
- महाभारत आदि पुराणों के रचयिता। समय–अत्यन्त प्राचीन।
- योगदर्शन के भाष्यकार। समय–ई. श./४ (देखें - योगदर्शन )।
- व्यास एलापुत्र एक विनयवादी था।–देखें - वैनयिक।