संवेजिनी
From जैनकोष
आक्षेपिणी आदि चार प्रकार की कथाओं में एक प्रकार की कथा । संसार से भय उत्पन्न करने वाली कथा संवेजिनी कथा कहलाती है । पद्मपुराण 106.92-93 देखें संवेदिनी
आक्षेपिणी आदि चार प्रकार की कथाओं में एक प्रकार की कथा । संसार से भय उत्पन्न करने वाली कथा संवेजिनी कथा कहलाती है । पद्मपुराण 106.92-93 देखें संवेदिनी