घोलमान
From जैनकोष
हानि वृद्धि सहित अनवस्थित भाव का नाम घोलमान है–विशेष देखो घोलमान योगस्थान–देखें योग - 5; और गुणित क्षपित घोलमान कर्मांशिक (क्षपित_कर्मांशिक | क्षपित कर्मांशिक 3)।
हानि वृद्धि सहित अनवस्थित भाव का नाम घोलमान है–विशेष देखो घोलमान योगस्थान–देखें योग - 5; और गुणित क्षपित घोलमान कर्मांशिक (क्षपित_कर्मांशिक | क्षपित कर्मांशिक 3)।