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- ...काल द्रव्य में परिणमन के दो प्रकार हैं―समय और आवली। अथवा एक दृष्टि से काल 3 प्रकार का है भूत काल, वर्तमान ...महीने और जिसे 6 महीने कहते हैं उसका भी आधा कुछ हो सकता है ना, उसे कहते हैं 3 महीने। जिसे हम दिन कहते हैं उ ...27 KB (87 words) - 16:34, 2 July 2021
- <li class="HindiText">[[ #1.3 | उत्सर्गमार्ग का लक्षण]]</li> ...61 KB (917 words) - 22:15, 17 November 2023
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- ...धवला 1/1,1,1/89/1 ) ( धवला 9/4,1,45/178/3 ); ( कषायपाहुड़ 1/13-14/197/237/3 )</span>।</span><br /> ...49 KB (503 words) - 12:36, 1 March 2024
- ...से अधिक भोजन करना यह राग का चिन्ह है, उसे देह से ममता है विशेष इसलिए वह 2-3 अथवा 4 बार खाता है । खाने का उद ...25 KB (60 words) - 11:55, 17 May 2021
- <p> प्रश्न 3―जीव के विभावपरिणाम क्यों हो ...जाति बनाकर भेद करने से कर्म 8 प्रकार के हैं―(1) ज्ञानावरण, (2) दर्शनावरण, (3) वेदनीय, (4) मोहनीय, (5) आयु, (6) नाम, ...28 KB (236 words) - 11:55, 17 May 2021
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- <li id="I.3">[[स्वाध्याय#1.3 | स्वाध्याय में सम्यक्त्व की ...="">निश्चय व व्यवहार विषयक स्वाध्याय का क्रम।-देखें [[ उपदेश#3.4 | उपदेश - 3.4]]-5।</li> ...73 KB (1,168 words) - 16:42, 29 February 2024
- ...नहीं रखते, तो ऐसे गारव 3 प्रकार के होते हैं (1) शब्दगारव (2) ऋद्धिगारव और (3) सातगारव । शब्दगारव में यह अभ ...32 KB (83 words) - 11:56, 17 May 2021
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- <li class="HindiText">[[#1.1.3 | द्वादशांग का एक अंग]]</li> <li class="HindiText">[[ #1.3 | प्रत्याख्यान के भेदों के लक ...47 KB (1,027 words) - 15:15, 27 November 2023
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- ...हित्य और इतिहास/1/351, 366) ।</span> </br> <span class="HindiText"><strong>3-4. संस्कृत पंचसंग्रह–</strong></br>दो ...संख्या)</span>, <span class="GRef">(तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/379)</span> </span> । ...52 KB (550 words) - 22:21, 17 November 2023
- ...बात तय हो गई और तीन तरह के युद्ध रखे गए―(1) दृष्टियुद्ध (2) मल्लयुद्ध और (3) जलयुद्ध । मानो पहले जलयुद्ध ...18 KB (41 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...ाठ आ. पूज्यपाद (ई.श.5), कृत हैं। तथा अन्य भी भक्ति पाठ उपलब्ध हैं। यथा - (3) श्रुतसागर (ई. 1473-1533) द्वारा रचि ...62 KB (1,311 words) - 17:46, 26 February 2024
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- [[सुत्रपाहुड़ गाथा 3 | Next Page]] ...31 KB (130 words) - 19:55, 3 November 2013
- <li class="HindiText">[[ #1.3 | संवर के निश्चय हेतु]]</li> <li class="HindiText">[[ #2.3 | व्रत वास्तव में शुभास्रव है ...45 KB (830 words) - 15:30, 27 November 2023
- ...मोक्ष सुखोपाय सहायकता―श्रावकों के कर्तव्य में यहाँ तीसरी चीज बता रहे हैं (3) शील―अपने सरल स्वभाव से रहना, ...19 KB (15 words) - 11:57, 17 May 2021