पिशाच
From जैनकोष
- पिशाचों के वर्ण परिवार अवस्थानादि - देखें व्यंतर - 1.2।
- पिशाचों के भेद
तिलोयपण्णत्ति/6/48-49 कुंमुंडजक्खरक्खसससंमोहा तारआ य चोक्खक्खा। कालमहकाल चोक्खा सतालया देहमहदेहा। 48। तुण्हिअपवयणणामा....। 49। = कुष्मांड, यक्ष, राक्षस, संमोह, तारक, अशुचिनामक काल, महाकाल, शुचि, सतालक, देह, महादेह, तूष्णीक और प्रवचन नामक, इस प्रकार ये चौदह पिशाचों के भेद हैं। 4849। (ति.सा./271-272)।
कायोत्सर्ग का एक अतिचार - देखें व्युत्सर्ग - 1।