निमित्त
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
यह आहार के 46 दोषों में से एक दोष है। अन्य संबंधित विषय के लिए देखें आहार - 4.1.1।
पुराणकोष से
अंतरिक्ष, भौम, अंग, स्वर, व्यंजन, लक्षण, छिन्न और स्वप्न ये आठ निमित्त होते हैं । इनके द्वारा भावी शुभाशुभ जाना जाता है । महापुराण 62.180-181, हरिवंशपुराण 10.117