महापीठ
From जैनकोष
सेठ धनमित्र का जीव-जंबूद्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में स्थित पुष्कलावती देश की पुंडरीकिणी नगरी के राजा वज्रसेन का पुत्र । यह वज्रनाभि, विजय, वैजयंत, अपराजित, बाहु, सुबाहु, पीठ और वज्रदंत भाइयों के साथ सर्वार्थसिद्धि में अहमिंद्र हुआ था । महापुराण 11. 8-9, 13, 160 देखें धनमित्र