शरीरजन्म
From जैनकोष
जीवों के जन्म के दो भेद हैं― 1. शरीरजन्म और 2. संस्कारजन्म। इनमें जीव की वर्तमान पर्याय में प्राप्त शरीर का क्षय होकर आगामी पर्याय में शरीर की प्राप्ति को शरीरजन्म कहते हैं। महापुराण 39.119-120
जीवों के जन्म के दो भेद हैं― 1. शरीरजन्म और 2. संस्कारजन्म। इनमें जीव की वर्तमान पर्याय में प्राप्त शरीर का क्षय होकर आगामी पर्याय में शरीर की प्राप्ति को शरीरजन्म कहते हैं। महापुराण 39.119-120