चारित्रसार
From जैनकोष
चामुंडराय (ई.श.10-11) द्वारा रचित, संस्कृत गद्यबद्ध ग्रंथ। इसमें मुनियों के आचार का संक्षिप्त वर्णन है। कुल 6000 श्लोक प्रमाण है। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/28)।
चामुंडराय (ई.श.10-11) द्वारा रचित, संस्कृत गद्यबद्ध ग्रंथ। इसमें मुनियों के आचार का संक्षिप्त वर्णन है। कुल 6000 श्लोक प्रमाण है। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/28)।