अरिसंत्रास
From जैनकोष
राक्षसवंशी नृप । बृहत्कांत के पश्चात् लंका का राज्य इसे ही प्राप्त हुआ था । यह विद्या, बल, और महाकांति का धारी था । पद्मपुराण - 5.398-400
राक्षसवंशी नृप । बृहत्कांत के पश्चात् लंका का राज्य इसे ही प्राप्त हुआ था । यह विद्या, बल, और महाकांति का धारी था । पद्मपुराण - 5.398-400