सांप्रतिक कृष्टि
From जैनकोष
क्षपणासार/519/ भाषा
—सांप्रतिक कहिए वर्तमान उत्तर समय संबंधी अंत की केवल उदयरूप उत्कृष्ट कृष्टि हो है।
अधिक जानकारी के लिये देखें कृष्टि#18 । कृष्टि 18 ।
क्षपणासार/519/ भाषा
—सांप्रतिक कहिए वर्तमान उत्तर समय संबंधी अंत की केवल उदयरूप उत्कृष्ट कृष्टि हो है।
अधिक जानकारी के लिये देखें कृष्टि#18 । कृष्टि 18 ।