ग्रन्थ:सर्वार्थसिद्धि - अधिकार 2 - सूत्र 34
From जैनकोष
327. यद्यमीषां जरायुजाण्डजपोतानां गर्भोऽवध्रियते, अथोपपाद: केषां भवतीत्यत आह –
327. यदि इन जरायुज, अण्डज और पोत जीवोंका गर्भ जन्म निर्णीत होता है तो अब यह बतलाइए कि उपपाद जन्म किन जीवोंके होता है, अत: इस बातका ज्ञान करानेके लिए आगेका सूत्र कहते हैं –
देवनारकाणामुपपाद:।।34।।देवानां नारकाणां चोपपादो जन्म वेदितव्यम्।
देव और नारकियोंका उपपाद जन्म होता है।।34।।