दुर्भग
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
देखें सुभग ।
पुराणकोष से
नाम कर्म का एक भेद । इस कर्म के उदय से दुर्भागी और लोकनिंदित होते हैं । हरिवंशपुराण - 18.128, वीरवर्द्धमान चरित्र 17.127-128, महापुराण
देखें सुभग ।
नाम कर्म का एक भेद । इस कर्म के उदय से दुर्भागी और लोकनिंदित होते हैं । हरिवंशपुराण - 18.128, वीरवर्द्धमान चरित्र 17.127-128, महापुराण