भीमसेन
From जैनकोष
- पुन्नाट संघ की गुर्वावली के अनुसार आप अभयसेन नं. २ के शिष्य तथा जिनसेन के गुरु थे।– देखें - इतिहास / ७ / ८ ।
- काष्ठासंघ की गुर्वावली के अनुसार यह लक्ष्मणसेन के शिष्य तथा सोमकीर्ति के गुरु थे। समय–वि. १५०६ (ई.१४४९) देखें - इतिहास / ७ / ९ ।