गुप्तिश्रुति
From जैनकोष
पुन्नाटसंघ की गुर्वावली के अनुसार आप विनयंधर के शिष्य तथा गुप्तिऋद्धि के गुरु थे। समय––वी.नि. ५४० (ई.१३)– देखें - इतिहास / ७ / ८ ।
पुन्नाटसंघ की गुर्वावली के अनुसार आप विनयंधर के शिष्य तथा गुप्तिऋद्धि के गुरु थे। समय––वी.नि. ५४० (ई.१३)– देखें - इतिहास / ७ / ८ ।