षड्दर्शन समुच्चय
From जैनकोष
श्वेताम्बराचार्य हरिभद्रसूरि (ई.४८०-५२८) द्वारा रचित संस्कृत सूत्र बद्ध ग्रन्थ है। इसमें जैन, बौद्ध, चार्वाक, न्याय-वैशेषिक, सांख्य-योग और मीमांसक इन छह दर्शनों का संक्षिप्त वर्णन है।
श्वेताम्बराचार्य हरिभद्रसूरि (ई.४८०-५२८) द्वारा रचित संस्कृत सूत्र बद्ध ग्रन्थ है। इसमें जैन, बौद्ध, चार्वाक, न्याय-वैशेषिक, सांख्य-योग और मीमांसक इन छह दर्शनों का संक्षिप्त वर्णन है।