पूरितार्थीच्छ
From जैनकोष
अन्धकवृष्टि और उसकी रानी सुभद्रा का पुत्र । समुद्रविजय, स्तिमितसागर, हिमवान्, विजय, अचल, धारण और पूरण नामक भाइयों का यह अनुज तथा अभिनन्दन और वसुदेव का अग्रज था । यह कालिका पति था । महापुराण 70.95-99
अन्धकवृष्टि और उसकी रानी सुभद्रा का पुत्र । समुद्रविजय, स्तिमितसागर, हिमवान्, विजय, अचल, धारण और पूरण नामक भाइयों का यह अनुज तथा अभिनन्दन और वसुदेव का अग्रज था । यह कालिका पति था । महापुराण 70.95-99