पूर्ण
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
- क्षौद्रवर समुद्र का रक्षक व्यंतरदेव ( तिलोयपण्णत्ति )-देखें व्यंतर - 4.7,
- इक्षुवर द्वीप का रक्षक व्यंतरदेव ( हरिवंशपुराण )-देखें व्यंतर - 4.7।
पुराणकोष से
(1) भवनवासी देवों का इंद्र । यह महावीर को प्राप्त केवलज्ञान की पूजा के लिए आया था वीरवर्द्धमान चरित्र 14.54-58
(2) इक्षुवर द्वीप का रक्षक देव । हरिवंशपुराण - 5.643