रत्नप्रभ
From जैनकोष
(1) विभीषण का एक विमान । राम की और से रावण की सेना से युद्ध करने विभीषण इसी विमान में गया था । महापुराण 58.20
(2) रुचगिरि की आग्नेय दिशा का एक कूट । यहाँ वैजयन्ती देवी रहती है । हरिवंशपुराण 5.725
(1) विभीषण का एक विमान । राम की और से रावण की सेना से युद्ध करने विभीषण इसी विमान में गया था । महापुराण 58.20
(2) रुचगिरि की आग्नेय दिशा का एक कूट । यहाँ वैजयन्ती देवी रहती है । हरिवंशपुराण 5.725