सूर्यरज
From जैनकोष
किष्किन्ध नगर के राजा किष्किन्ध तथा रानी श्रीमाला का ज्येष्ठ पुत्र । यक्षरज इसका छोटा भाई तथा सूर्यकमला बहिन थी । इसकी रानी इन्दुमालिनी थी जिससे इसके बाली और सुग्रीव नाम के दो पुत्र तथा श्रीप्रभा पुत्री हुई थी । यह बाली को राज्य देकर तथा सुग्रीव को युवराज बनाकर पिहितमोह मुनि से दीक्षित हो गया भा । पद्मपुराण 6.520-524, 9. 1, 10-12, 15-19