ईषत्प्राग्भार
From जैनकोष
== सिद्धांतकोष से ==
देखें मोक्ष - 1।
पुराणकोष से
ऊर्ध्वलोक की अन्तिम भूमि । यह पृथिवी ऊपर की ओर किये हुए धवल छत्र के आकार में है । पुनर्भव से रहित महासुख सम्पन्न, तथा स्वात्मशक्ति से युक्त सिद्ध परमेष्ठी की यहाँ स्थित है । पद्मपुराण 105, 173-174, हरिवंशपुराण 6.40