हरिदेव
From जैनकोष
हरिदेव—चंगदेव की सप्तम पीढ़ी में उत्पन्न, मयणपराजय चरिउ के रचयिता एक सद्गृहस्थ अपभ्रंश कवि।
<img height="338" src="image/image001.gif" width="576" />
समय–ई.श.14 का अंतिम चरण। (ती./4/218)।
हरिदेव—चंगदेव की सप्तम पीढ़ी में उत्पन्न, मयणपराजय चरिउ के रचयिता एक सद्गृहस्थ अपभ्रंश कवि।
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समय–ई.श.14 का अंतिम चरण। (ती./4/218)।