हरिदेव
From जैनकोष
हरिदेव—चंगदेव की सप्तम पीढ़ी में उत्पन्न, मयणपराजय चरिउ के रचयिता एक सद्गृहस्थ अपभ्रंश कवि।
समय–ई.श.14 का अंतिम चरण। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/218)।
हरिदेव—चंगदेव की सप्तम पीढ़ी में उत्पन्न, मयणपराजय चरिउ के रचयिता एक सद्गृहस्थ अपभ्रंश कवि।
समय–ई.श.14 का अंतिम चरण। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/218)।