ऋजुकूला
From जैनकोष
जूंभिक ग्राम के बाहर मनोहर वन के मध्य में बहती हुई नदी । इसके तट पर शालवृक्ष के नीचे तीर्थंकर महावीर ने प्रतिमायोग धारण किया था । केवलज्ञान भी उन्हें यहीं हुआ था । महापुराण 74.348-354, हरिवंशपुराण 2.57, 13.100-101, 60. 255, पापू0 1.94-97