सौगंधित
From जैनकोष
मानुषोत्तरपदत की पूर्व दिशा में विद्यमान एक कूट । यह सुपर्णकुमारों के स्वामी यशोधर देव की निवासभूमि है । हरिवंशपुराण 5. 602-603
मानुषोत्तरपदत की पूर्व दिशा में विद्यमान एक कूट । यह सुपर्णकुमारों के स्वामी यशोधर देव की निवासभूमि है । हरिवंशपुराण 5. 602-603