निमित्त
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
आहार का एक दोष। देखें आहार - II.4।
पुराणकोष से
अंतरिक्ष, भौम, अंग, स्वर, व्यंजन, लक्षण, छिन्न और स्वप्न ये आठ निमित्त होते हैं । इनके द्वारा भावी शुभाशुभ जाना जाता है । महापुराण 62.180-181, हरिवंशपुराण 10.117