कुर्युधर
From जैनकोष
प.पु./२५/श्लोक....दुर्योधन का भानजा था (५६−५७) इसने पाँचों पाण्डवों को ध्यानमग्न देख अपने मामा की मृत्यु का बदला लेने के लिए उनको तपे लोहे के जेवर पहनाये थे (६२−६५)।
Previous Page | Next Page |
प.पु./२५/श्लोक....दुर्योधन का भानजा था (५६−५७) इसने पाँचों पाण्डवों को ध्यानमग्न देख अपने मामा की मृत्यु का बदला लेने के लिए उनको तपे लोहे के जेवर पहनाये थे (६२−६५)।
Previous Page | Next Page |