अचैतन्य
From जैनकोष
आलापपद्धति अधिकार 11
अचेतनस्य भावोअचेतनत्वमचैतन्यमननुभवनम्।
= जिस गुण के निमित्त से द्रव्य जाना जाये, पर जान न सके वह अचेतनत्व गुण है। अर्थात् जीवादि पदार्थों को स्वयं न जान सके सो अचेतनत्व है।
आलापपद्धति अधिकार 11
अचेतनस्य भावोअचेतनत्वमचैतन्यमननुभवनम्।
= जिस गुण के निमित्त से द्रव्य जाना जाये, पर जान न सके वह अचेतनत्व गुण है। अर्थात् जीवादि पदार्थों को स्वयं न जान सके सो अचेतनत्व है।