अच्छैद्यत्व
From जैनकोष
कर्मों के नाश से जीव के प्रदेशों का घनाकार परिणमन । इसकी प्राप्ति के लिए ‘‘अच्छेद्याय नम:’’ इस पीठिका-मंत्र का जप किया जाता है । महापुराण 40. 15, 42.102
कर्मों के नाश से जीव के प्रदेशों का घनाकार परिणमन । इसकी प्राप्ति के लिए ‘‘अच्छेद्याय नम:’’ इस पीठिका-मंत्र का जप किया जाता है । महापुराण 40. 15, 42.102