अनुयोगी
From जैनकोष
यह शब्द नैयायिक व वैशेषिक दर्शनकार आधार व आश्रय के अर्थ में प्रयुक्त करते हैं। द्रव्य अपने गुणों का अनुयोगी है, परंतु गुण अपने द्रव्य का नहीं, क्योंकि द्रव्य ही गुण का आश्रय है, गुण द्रव्य का नहीं।
यह शब्द नैयायिक व वैशेषिक दर्शनकार आधार व आश्रय के अर्थ में प्रयुक्त करते हैं। द्रव्य अपने गुणों का अनुयोगी है, परंतु गुण अपने द्रव्य का नहीं, क्योंकि द्रव्य ही गुण का आश्रय है, गुण द्रव्य का नहीं।