अपदेश
From जैनकोष
समयसार / तात्पर्यवृत्ति गाथा 15
अपदिश्यतेऽर्थो येन स भवत्यपदेशः शब्दः द्रव्यश्रुतमिति।
= जिसके द्वारा अर्थ निर्देशित किये जायें सो अपदेश है। वह शब्द अर्थात् द्रव्यश्रुत है।
समयसार / तात्पर्यवृत्ति गाथा 15
अपदिश्यतेऽर्थो येन स भवत्यपदेशः शब्दः द्रव्यश्रुतमिति।
= जिसके द्वारा अर्थ निर्देशित किये जायें सो अपदेश है। वह शब्द अर्थात् द्रव्यश्रुत है।