आशीर्विष
From जैनकोष
(1)अपर विदेहस्थ वक्षार, कूट व उसका रक्षक देव। - देखें लोक - 5.3।
(2) एक ऋद्धि |
- अधिक जानकारी के लिए देखें आशिर्विष रस ऋद्धि
(1)अपर विदेहस्थ वक्षार, कूट व उसका रक्षक देव। - देखें लोक - 5.3।
(2) एक ऋद्धि |
- अधिक जानकारी के लिए देखें आशिर्विष रस ऋद्धि