आहुतिमंत्र
From जैनकोष
संध्याओं के समय तीनों अग्नियों में देवपूजन रूप नित्य कर्म करते समय विधिपूर्वक सिद्ध किये हुए पीठिका मंत्र । महापुराण 40.79 देखें आहिताग्नि
इ
संध्याओं के समय तीनों अग्नियों में देवपूजन रूप नित्य कर्म करते समय विधिपूर्वक सिद्ध किये हुए पीठिका मंत्र । महापुराण 40.79 देखें आहिताग्नि
इ