इंद्रावतार
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
गर्भान्वयादि क्रियाओं में से एक - देखें संस्कार - 2।
पुराणकोष से
गर्भान्वय की त्रेपन क्रियाओं में अड़तीसवीं क्रिया । इस क्रिया में आयु के अंत में अर्हंतदेव का पूजन कर, मोक्षप्राप्ति की कामना के साथ इंद्र स्वर्ग से अवतरित होता है । महापुराण 38. 55563, 214-216 देखें गर्भान्वय