उदराग्नि
From जैनकोष
क्रोध, काम और उदर इन तीन अग्नियों में तीसरी अग्नि । इसमें मुनिजन अनशन की आहुति देकर आत्म यज्ञ करते हैं । महापुराण 67.202
क्रोध, काम और उदर इन तीन अग्नियों में तीसरी अग्नि । इसमें मुनिजन अनशन की आहुति देकर आत्म यज्ञ करते हैं । महापुराण 67.202