कटाक्षनृत्य
From जैनकोष
नृत्य करते समय कटाक्षों के द्वारा हाव और भाव का प्रदर्शन । तीर्थंकर के जन्मोत्सव पर इंद्र द्वारा किये जाने वाले आनंद नाटक के अवसर पर देवियाँ यह नृत्य करती हैं । महापुराण 14.145
नृत्य करते समय कटाक्षों के द्वारा हाव और भाव का प्रदर्शन । तीर्थंकर के जन्मोत्सव पर इंद्र द्वारा किये जाने वाले आनंद नाटक के अवसर पर देवियाँ यह नृत्य करती हैं । महापुराण 14.145