कर्नाटक
From जैनकोष
आंध्र देश में अर्थात् गोदावरी व कृष्णा नदी के मध्यवर्ती क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिम का ‘वनवास’ नाम का वह भाग जिसके अंतर्गत मैसूर भी आ जाता है। इसकी राजधानियाँ मैसूर व रंगपत्तन थीं। ( महापुराण/ /प्रस्तावना/50 पं॰ पन्नालाल), (धवला/3/प्रस्तावना 4/H. L. Jain)। जहाँ-जहाँ कनड़ी भाषा बोली जाती है वह सब कर्नाटक देश है अर्थात् मैसूर से लेकर द्वारसमुद्र तक ( द्रव्यसंग्रह/ प्रस्तावना 4/पं. जवाहर लाल)।