कवल
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
( हरिवंशपुराण/11/125 ) सहस्रसिक्थ कवलो।=1000 चावलों का एक कवल होता है।
देखें ग्रास ।
पुराणकोष से
एक हजार चावलों के प्रमाण का एक ग्रास । हरिवंशपुराण - 11.125
( हरिवंशपुराण/11/125 ) सहस्रसिक्थ कवलो।=1000 चावलों का एक कवल होता है।
देखें ग्रास ।