कुधर्म
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
- कुधर्म की विनय का निषेध–देखें विनय - 4।
- कुधर्म के निषेध का कारण–देखें अमूढदृष्टि - 3।
पुराणकोष से
मिथ्यादृष्टियों द्वारा सेव्य धर्म । इससे जीवों को नीची योनियों में जन्म लेना पड़ता है । पद्मपुराण - 5.202-203