कृतमाल
From जैनकोष
विजयार्ध पर्वत का निवासी एक व्यंतर । इसने भरत चक्रवर्ती को चौदह आभूषण भेंट में दिये थे तथा विजयार्ध पर्वत की गुफा के द्वार से प्रवेश करने का उपाय बताया था । महापुराण 31.94, 109-116, 35.23, हरिवंशपुराण - 11.21-22
विजयार्ध पर्वत का निवासी एक व्यंतर । इसने भरत चक्रवर्ती को चौदह आभूषण भेंट में दिये थे तथा विजयार्ध पर्वत की गुफा के द्वार से प्रवेश करने का उपाय बताया था । महापुराण 31.94, 109-116, 35.23, हरिवंशपुराण - 11.21-22