गुप्त
From जैनकोष
(1) वाराणसी नगरी के राजा अचल और उसकी रानी गिरिदेवी का कनिष्ठ-पुत्र । सुगुप्ति इसका बड़ा भाई था । त्रिगुप्त मुनि की भविष्यवाणी के अनुसार इनका जन्म होने के कारण माता-पिता ने इन दोनों भाइयों के ऐसे नाम रखे थे । पद्मपुराण - 41.107-113
(2) वृषभदेव के चौरासी गणधरों में पचपनवें गणधर । हरिवंशपुराण - 12.64
(1) चारण ऋद्धिधारी एक मुनि । सुगुप्ति मुनि के साथ इनको आहार देने से राम और सीता को पंचाश्चर्य प्राप्त हुए थे । पद्मपुराण - 41.13-31