जंबूदीत्र पण्णत्ति
From जैनकोष
1. आचार्यपद्मनंदि नं.4 (ई.977-1043) द्वारा रचित, लोकस्वरूप प्रतिपादक, 2429 प्राकृत गाथाबद्ध, 13 अधिकारों युक्त ग्रंथ। (जैन साहित्य और इतिहास/2/75,79)।
1. आचार्यपद्मनंदि नं.4 (ई.977-1043) द्वारा रचित, लोकस्वरूप प्रतिपादक, 2429 प्राकृत गाथाबद्ध, 13 अधिकारों युक्त ग्रंथ। (जैन साहित्य और इतिहास/2/75,79)।