त्रिलोकसार
From जैनकोष
आ.नेमिचंद्र (ई.श.11 पूर्व) द्वारा रचित लोक प्ररूपण प्राकृत गाथाबद्ध ग्रंथ है। गाथा प्रमाण 1018 है। इस ग्रंथ पर निम्न टीकाएँ प्राप्त हैं–
- आ.माधवचंद्र त्रिविद्यदेवकृत संस्कृत टीका,
- पं.टोडरमलजी कृत भाषा टीका (ई.1756)।
आ.नेमिचंद्र (ई.श.11 पूर्व) द्वारा रचित लोक प्ररूपण प्राकृत गाथाबद्ध ग्रंथ है। गाथा प्रमाण 1018 है। इस ग्रंथ पर निम्न टीकाएँ प्राप्त हैं–