दीक्षाद्यक्रिया
From जैनकोष
गृहस्थ की गर्भ से निर्वाण पर्यंत गर्भान्वयी त्रेपन क्रियाओं में तेईसवीं क्रिया । इसमें प्रशांत और एक वस्त्रधारी सम्यग्दृष्टि दीक्षाग्रहण करने के लिए घर छोड़कर वन में जाता है । महापुराण 38.57, 197-158, 39.77
गृहस्थ की गर्भ से निर्वाण पर्यंत गर्भान्वयी त्रेपन क्रियाओं में तेईसवीं क्रिया । इसमें प्रशांत और एक वस्त्रधारी सम्यग्दृष्टि दीक्षाग्रहण करने के लिए घर छोड़कर वन में जाता है । महापुराण 38.57, 197-158, 39.77