दृढचर्या
From जैनकोष
दीक्षान्वय की सातवीं क्रिया-स्वमत के समस्त शास्त्रों के अध्ययन के पश्चात् अन्य मतों के अन्यों अथवा अन्य विषयों का श्रवण करना । महापुराण 39.51
दीक्षान्वय की सातवीं क्रिया-स्वमत के समस्त शास्त्रों के अध्ययन के पश्चात् अन्य मतों के अन्यों अथवा अन्य विषयों का श्रवण करना । महापुराण 39.51