देशावकाशिक
From जैनकोष
प्रथम शिक्षाव्रत दिग्व्रत की सीमा के अंतर्गत दैनिक गमनागमन में घर, बाजार, गली, मोहल्ला आदि की सीमा निश्चित करके उसका अतिक्रमण नहीं करना देशावकाशिक शिक्षाव्रत है । वीरवर्द्धमान चरित्र 18.54
प्रथम शिक्षाव्रत दिग्व्रत की सीमा के अंतर्गत दैनिक गमनागमन में घर, बाजार, गली, मोहल्ला आदि की सीमा निश्चित करके उसका अतिक्रमण नहीं करना देशावकाशिक शिक्षाव्रत है । वीरवर्द्धमान चरित्र 18.54