पर्यायार्थिक
From जैनकोष
नय के दो भेदों में दूसरा भेद । इसमें द्रव्य से अभिन्न पर्याय विशेष का मुख्य रूप से कथन किया जाता है । यह श्रुतज्ञान का एक भेद है । हरिवंशपुराण - 10.12
नय के दो भेदों में दूसरा भेद । इसमें द्रव्य से अभिन्न पर्याय विशेष का मुख्य रूप से कथन किया जाता है । यह श्रुतज्ञान का एक भेद है । हरिवंशपुराण - 10.12