पृथुश्री
From जैनकोष
कौतुकमंगल नगर के राजा शुभमति की रानी । यह द्रोणमेघ और केकया की जननी थी । पद्मपुराण - 24.2-4,पद्मपुराण - 24.89-90
कौतुकमंगल नगर के राजा शुभमति की रानी । यह द्रोणमेघ और केकया की जननी थी । पद्मपुराण - 24.2-4,पद्मपुराण - 24.89-90