प्रतींद्र
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
देखें इंद्र - 4
पुराणकोष से
इंद्र के अधीन सर्वोच्चपद धारी देव । धर्माराधन पूर्वक विशिष्ट तपस्या करने से जीव ऐसा देव होता है । महापुराण 7.32, 79, 10. 141
इंद्र के अधीन सर्वोच्चपद धारी देव । धर्माराधन पूर्वक विशिष्ट तपस्या करने से जीव ऐसा देव होता है । महापुराण 7.32, 79, 10. 141